
सेक्स अब भी सबसे बड़ा टैबू यानी वर्जित माना जानेवाला विषय है. हम सभी के पास इससे जुड़े कोई न कोई सवाल होते हैं, जिन्हें अक्सर पूछने में झिझकते हैं. हमें सेक्स से संबंधित अक्सर कई गुमनाम ख़त मिलते रहते हैं. उनमें से हमने तीन ख़तों के जवाब देने का फ़ैसला किया है. हमने इन तीन सवालों का चुनाव इसलिए भी किया, क्योंकि हमें इसी तरह के तीन-चार पत्र मिले थे. हो सकता है, सेक्स को लेकर आपके मन में अलग तरह के सवाल चल रहे हों, पर इन तीनों सवालों के जवाब ज़रूर पढ़ें, कौन जाने आपको भी काम आ जाएं.
सवाल: मैंने अपने पति का एक एसएमएस पढ़ा तो मुझे पता चला कि उनका प्रेम प्रसंग चल रहा है. हालांकि वो इससे इंकार करते हैं और कहते हैं कि उस लड़की से बात करना बंद कर देंगे. मैंने उन दोनों के फ़ोटोग्राफ़ और मैसेजेस सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी देखे हैं. चाहे मेरे पति मुझे कितना ही विश्वास दिलाएं कि वो उसके साथ संपर्क नहीं करेंगे, पर मुझे लगता है कि वो ऐसा ज़रूर करेंगे. मेरे पति परिवार बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन यह जानने के बाद मैं उनके साथ सेक्स संबंध नहीं बना पा रही हूं. मैं पति को प्यार करती हूं और बच्चा भी चाहती हूं, लेकिन जब से यह मालूम पड़ा है मुझे उनका साथ बिल्कुल अच्छा नहीं लगता. क्या करूं?
श्वेता*, चेन्नई
जवाब: एक दार्शनिक ने बिल्कुल सही कहा है,‘‘जब हमारे पारंपरिक मूल्यों में कोई विरोधाभास न हो, तो निर्णय लेना आसान होता है!’’ फ़िलहाल आप ख़ुद ही ये नहीं समझ पा रही हैं कि आप क्या चाहती हैं. सोच समझ कर और दृढ़ता से ही कोई भी निर्णय लें. किसी के दबाव में आकर कोई फ़ैसला न करें. जानने की कोशिश करें कि कहीं आपके पति आपको ख़ुद पर आश्रित मानते हुए ये तो नहीं सोचते कि वे जो चाहेंगे कर सकते हैं या फिर उन्हें लगता है आप तो उन्हें छोड़ने का साहस कर ही नहीं सकतीं! क्योंकि ऐसी परिस्थितियों में परिवार बढ़ाने से समस्या का समाधान तो नहीं होगा, लेकिन बच्चे की परवरिश का ख़्याल रखने के बारे में सोच कर आप उनसे हमेशा के लिए बंधकर रह जाएंगी. बच्चा पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ा देता है या प्यार बिना शर्त होता है जैसी किताबी बातों को छोड़कर आप परिस्थितियों का सही आकलन करें और शांत दिमाग़ से कोई निर्णय लें.
कुछ शर्तें भी रख सकती हैं. कुछ समय तक देखें कि वे उन शर्तों को मानते हैं कि नहीं. ध्यान दें कि कहीं पहले भी इसी तरह की कोई बात तो नहीं हुई थी यानी ये उनकी आदत तो नहीं है. उनके साथ रिश्ता तोड़ने और क़ायम रखने दोनों के ही परिणामों को समझने का प्रयास करें. क्या आपको लगता है कि उनके साथ अब आप पहले जैसी गर्माहट से रिश्ता रख सकेंगी या फिर हमेशा उन्हें शक़ की निगाहों से ही देखती रहेंगी? ये सवाल कठिन तो हैं, लेकिन इनके जवाब आपको निर्णय लेने में सहायता करेंगे.
सवाल: मेरी 27 वर्षीया असिस्टेंट नेटवर्किंग वेबसाइट्स के ज़रिए कई पुरुषों के संपर्क में आई और उनसे मिलती भी रही है, लेकिन धीरे-धीरे सभी पुरुष उससे दूर जा चुके हैं. अभी हाल में एक व्यक्ति ने उससे बात करना और उसके फ़ोन उठाना बंद कर दिया है, वह कहता है कि वो विदेश में है. मेरी असिस्टेंट इस सबके चलते काम भी नहीं कर पा रही है. जब मैं इस विषय पर बात करती हूं तो वो कहती है कि वो लंबे समय तक चलनेवाले रिश्ते की तलाश में है, लेकिन यह नहीं हो पा रहा. हर बार कोई न कोई उसे छोड़ जाता है. हालांकि वो बहुत अच्छा काम करती है, लेकिन यदि चीज़ें समय रहते ठीक न हुईं तो मुझे मजबूरन उसे काम से निकालना पड़ेगा. उसकी सहायता कैसे करूं?
माला*, बैंगलोर
जवाब: आपकी असिस्टेंट यह जताने में जुटी हुई है कि वो प्यार पाने के क़ाबिल है. वो प्यार पाने के लिए इतनी उत्सुक है कि एक पुरुष से दूसरे पुरुष तक पहुंच जाती है. सभी पुरुष उसके इस व्यवहार को समझकर उसका फ़ायदा उठाते हैं. इसमें ग़लती किसकी है? पुरुषों को एक ऐसी युवती मिल जाती है, जो आसानी से उपलब्ध और उनका प्यार पाने को लालायित है. वे ख़ुद को संतुष्ट कर के आगे बढ़ जाते हैं. लेकिन यह सच है कि उसे सहायता की ज़रूरत है. केवल मनोचिकित्सा से ही इसका हल नहीं निकलेगा. अक्सर इस तरह के लोगों का व्यवहार आवेगपूर्ण, स्वयं को पराजित महसूस करने वाला और लापरवाह हो जाता है. इन्हें आगे चलकर बायपोलर डिस्ऑर्डर भी हो सकता है. इसके लिए ऐसी चिकित्सा की ज़रूरत है, जिसमें मूड स्थिर रखा जाए या फिर ऐंटी साइकोटिक ड्रग्स दी जाएं. उसे मनोचिकित्सक से परामर्श लेने अलावा साइकोथेराप्युटिक सहायता भी लेनी होगी. अच्छा हो कि आप उसे ऐसा करने को कहें, क्योंकि सहानुभूति या सलाह से उन पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा. यदि आप ऐसा नहीं करेंगी तो हो सकता है कि वो एक और पुरुष के साथ जुड़े और धोखा खाए और आपको ख़ुद पर ग़ुस्सा आने लगे कि आपने नाहक ही उस पर समय गंवाया. बेहतर होगा कि विशेषज्ञ ही उसकी समस्या का निदान करें.
सवाल: मेरा दो वर्ष से अपने बॉयफ्रेंड के साथ रिश्ता चल रहा है, हम दोनों एक दूसरे के दीवाने हैं. हमारे पिछले एक साल से सेक्शुअल संबंध भी हैं. मेरी दो समस्याएं हैं- पहली यह कि सेक्स के दौरान ऑर्गैज़्म नहीं आता तो मैं हताश हो जाती हूं. औसतन यदि मैंने दस बार सेक्स किया तो मात्र तीन बार ही ऑर्गैज़्म का अनुभव होता है. साथ ही अब तक सेक्स के दौरान पहली बार की तरह ही तक़लीफ़ होती है. दूसरी यह कि सेक्स के बाद मैं पीरियड्स के आने तक बहुत तनावग्रस्त रहती हूं. हम हमेशा कंडोम का प्रयोग करते हैं, फिर भी प्रेग्नेंट होने का डर सताता है. मैं क्या करूं?
वीना*, पुणे
जवाब: आपकी समस्याएं आपस में जुड़ सी गई हैं. कैसे? हम बताते हैं-जब भी आप सेक्स करती हैं तो चिंता सताती रहती है कि कहीं गर्भवती न हो जाएं. अत: आप सेक्स के दौरान सहज नहीं रह पातीं, जिससे ल्युब्रिकेशन कम होता है और वेजाइना (योनि) में सूखापन हो जाता है. यह दर्द का कारण बनता है, दर्द के कारण आप सेक्स की क्रिया का लुत्फ़ पूरी तरह नहीं उठातीं तो ऑर्गैज़्म नहीं आता. इस तरह आपने ख़ुद अपने लिए बेचैनी, तनाव, ड्रायनेस, ऑर्गैज़्म के न आने का एक चक्र बना लिया है. इन सभी बातों को आप जितना तूल देंगी, उतनी ही ज़्यादा मुश्क़िल आएगी. अत: सेक्स का भरपूर आनंद लें और परिणाम की चिंता न करें, चाहे आपको ऑर्गैज़्म आए या नहीं. दिमाग़ में जब शांति होती है तो शरीर भी निश्चिंत रहता है और प्राकृतिक अवस्था में सबकुछ अपने आप सामान्य होने लगता है. सेक्स आंकड़ों का खेल नहीं है, यह प्यार का आदान प्रदान है. केवल यही ध्यान में रखें. सब ठीक हो जाएगा.
नोट: सभी नाम आग्रह पर बदले गए हैं.