
क्या आप भी उन लोगों में से हैं, जो अपने रिलेशनशिप इश्यूज़ को दूसरों यानी दोस्तों, एक्स-बॉयफ्रेंड्स, पैरेंट्स, भाई-बहनों, समझादर आंटियों, सभी मामलों की एक्सपर्ट पड़ोसिनों, ज्योतिषियों और इंटरनेट की सलाह के बिना नहीं निपट सकतीं? तो समझ लीजिए आपकी ज़िंदगी उलझनों से भरी ही रहनेवाली है. चलिए आपको सलाह पर बहुत यक़ीन है तो हमारी सलाह भी ले लीजिए. तो हमारी सलाह यह है कि रिश्ते से जुड़े मामलों में किसी की भी सलाह न मानें. अपने आप पर भरोसा करें. कारण-लोग सलाह के नाम पर कुछ भी दे देते हैं. यक़ीन न हो तो इन कुछ बेहद आम पर बेकार सलाहों पर ग़ौर फ़रमाएं.
तुम जिस लड़के से डेट कर रही हो, वह तुमसे उम्र में बड़ा होना ही चाहिए. (अब डेट करने का उम्र से क्या ताल्लुक?)
सही पार्टनर तलाश रहो हो तो अपनी उम्मीदों को बहुत हाई एंड पर मत रखो. किसी को भी परफ़ेक्ट पार्टनर नहीं मिलता. (पर लक्ष्य ऊंचा रखने में हर्ज क्या है?)
प्यार का अगला क़दम शादी होना चाहिए. (देखो सलाह देनेवाले दोस्त इतनी भी जल्दबाज़ी सही नहीं है. जांचना-परखना भी कुछ होता है या नहीं?)
लड़कियों को कभी सेक्स की पहल नहीं करनी चाहिए. (पर क्यों?)
अगर वह आपसे थोड़ी दूरी चाहता है… क्या कहा??? उसका ज़रूर कोई अफ़ेयर होगा. (ऐसी सलाह देनेवाले शुभचिंतक आपके मन में शंका के बीज बोते हैं. क्या कभी-
कभी हम स्ट्रेस के चलते दुनिया से दूर चले जाने की नहीं सोचते?
उसे अपना बनाने के लिए कुछ भी करना चाहिए. (आज के ज़माने के हिसाब से प्यार और दुश्मनी में सबकुछ जायज़ है वाली कहावत कुछ पुरानी नहीं है?)
रिश्ते में प्यार ही है, जो सबसे ज़रूरी है. (रुपए-पैसे, करियर और सेक्स का क्या?)
आदमी के दिल का रास्ता उसके पेट से होकर गुज़रता है. (क्या यह आपको किचन में धकेलनेवाली सलाह नहीं है?)
कभी-कभी उसके ईगो को मैनेज करने के लिए कुछ बातें सह लेनी चाहिए. (क्या आपको नहीं लगता यह आज के ज़माने के हिसाब से सबसे वाहियात सलाह है?)
किसी ऐसे की तलाश करें, जिसे हर वह चीज़ पसंद आए, जो आपको पसंद हो. (यह ज़िंदगी को बोरिंग बनानेवाली सलाह है. आपका क्या ख़्याल है?)