
वह हमेशा हड़बड़ी-गड़बड़ी में रहता है. उसका दिमाग़ स्थिर नहीं रहता. कई बार उसका व्यवहार आपको मज़ेदार लगता है, पर ऐसे भी मौक़े आते हैं, जब लोगों को उसकी हरक़तों की सफ़ाई देनी पड़ती है.
वह कभी भी, कहीं भी, कुछ भी कर सकता है. उसके मूड का कोई भरोसा नहीं होता. कई बार तो बेवकूफ़ाना हरक़तें करता है. और उसे लगता है कि ऐसा करना कूल होना है.
किसी भी बात पर फ़ैसला लेना हो तो वह बहुत ज़्यादा टाइम लेता है. उसके चक्कर में आप भी कन्फ़्यूज़ हो जाती हैं.
उसे गेमिंग, एनिमेशन्स और यूट्यूब के दूसरे फ़न शोज़ देखना बेहद पसंद है. दूसरे शब्दों में कहें तो वह अब भी कहीं न कहीं अपने बचपन में ही अटका हुआ है.
आप रोज़ाना के छोटे-मोटे काम के लिए भी उसपर भरोसा नहीं कर सकतीं. वह छोटी-छोटी बातों को भी सही से करेगा, इसका कोई भरोसा नहीं होता.
बिस्तर में वह काफ़ी स्वार्थी है-वह आपकी भावनाओं का उतना सम्मान नहीं करता, जितना करना चाहिए. उसे केवल अपनी-अपनी पड़ी रहती है.
वह गंभीर मुद्दों पर बातचीत को हैंडल नहीं कर पाता, ख़ासकर ऐसे मुद्दे जो कमिटमेंट से जुड़े होते हैं.
वह वादे तो बहुत करता है, पर अपने वादों को कभी निभाता नहीं