
जब आप जीवन के बारे में सोचते हैं तो आप ज्यादातर उन चीजों के बारे में सोचने लगते हैं जो बीत चुकी हैं। उन्ही चीजों के बारे में बार-बार सोचते हुए आप दुखी होते रहते हैं। इसी वजह से आपके जीवन में खुशी नहीं आ पाती है। आप जिंदगी को जितना मुश्किल समझते हैं वह उससे ज्यादा होती है। इसलिए इसे और मुश्किल बनाने से बचने के लिए सही निर्णय लेना जरुरी होता है।अगर आप जिंदगी में सही निर्णय लेते हैं तो उदासी को दूर करके खुश रहा जा सकता है। बस उदासी को खुद से दूर रखना जरुरी होता है। जीवन में ज्यादा खुशियां होने की वजह से आप अपने काम को भी बेहतर तरीके से कर पाते हैं। तो आइए आपको बताते हैं कि कैसे आप उदासी को दूर करके जीवन में एक बार फिर खुशी ला सकते हैं।
How to be happy again: उदासी को दूर करके दोबारा खुश कैसे हों
विकल्प के पीछे ना भागें
खुश रहने के लिए जगह ढूंढे
जिज्ञासा को अपनी ग्रोथ के लिए इस्तेमाल करें
कम्फर्ट जोन से बाहर आएं
रोजाना मेडिटेशन करें
विकल्प के पीछे ना भागें: चीजे चुनने के लिए कई सारे विकल्प होने की वजह से अक्सर हम परेशान हो जाते हैं। जिसकी वजह से सही निर्णय लेने में दिक्कत होती है। विकल्प के बारे में सुने लेकिन अपने दिमाग में यह बात साफ रखें कि आखिरी आपको चाहिए क्या। खुशी बढ़ाने के लिए उन निर्णयों पर ध्यान ना दें जो रोजाना आपकी खुशी को प्रभावित करते हो।
खुश रहने के लिए जगह ढूंढे: जब आपको लगता है कि कोई आपको प्यार करने वाला या समझने वाला नहीं है तो आप खुश नहीं रह सकते है। खुश और शांत रहने के लिए आपको एक शांत जगह चाहिए होती है। जहां आप खुद से बात करके अपनी उदासी को दूर कर सकें।
जिज्ञासा को अपनी ग्रोथ के लिए इस्तेमाल करें: आज के समय में लोगों को सब कुछ जानने की जिज्ञासा रहती है। अगर आप अपनी जिज्ञासा को दूर करते हैं तो इससे दिमाग में डोपामाइन रिलीज होता है जिससे आपको खुशी महसूस होती है। जब आप अपनी जिज्ञासा को दूर करते हैं तो इससे आपको अच्छा महसूस होता है और आपकी उदासी दूर करने में मदद मिलती है।
कम्फर्ट जोन से बाहर आएं: एक ही रुटीन फॉलो करते-करते भी आप नाखुश रहने लगते हैं। रोजाना एक ही चीज करने से बोर भी हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि आप नई चीज करने से डरते हैं और कम्फर्ट जोन से बाहर नहीं आना चाहते हैं। उदासी को दूर करके खुद को खुश करना चाहते हैं तो अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आएं और खुशी की तलाश कर सकें।
रोजाना मेडिटेशन करें: थोड़ा सा समय अपने लिए निकालकर भावनाओं को महसूस करके खुश रहा जा सकता है। मेडिटेशन करने से हिप्पोकैंपस में ग्रे मैटर बढ़ता है जो पढ़ने, याद्दश्त और भावनाओं के लिए जरुरी होता है। इसकी मदद से दिमाग शांत होता है और आप खुश रह पाते हैं।